हनुमानगढ़, आज चीफ इंजीनियर जिला कार्यालय में हुई बैठक के अंदर सिंचाई पानी की रेगुलेशन मीटिंग में विभाग द्वारा इंदिरा गांधी नहर परियोजना में 9 बारी पानी का रेगुलेशन रबी फसल 2022-23 (Rabi Season) के लिए तय किया गया।
सर्वप्रथम सितंबर 2022 से मार्च 2023 तक कुल 7.5 बार पानी चलाने का प्रस्ताव रखा गया (canal water regulation) जिस का विरोध किसानों द्वारा किया गया और दिसंबर माह तक चार में से दो समूह में पानी देने की मांग रखी गई।
घघर नदी का पानी सूरतगढ़ शाखा में छोड़ा गया।
चीफ इंजीनियर से किसानों द्वारा घघर नदी का पानी सूरतगढ़ शाखा में छोड़ने हेतु आग्रह किया गया।
किसानों के इस विनम्र आग्रह पर चीफ इंजीनियर ने तुरंत पानी छोड़ने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया।
किसानों की 9 बारी सिंचाई पानी देने की मांग पर चीफ इंजीनियर ने रबी फसल 2022-23 के लिए दिसंबर माह तक चार में से दो समूह व नौ बारी सिंचाई पानी देने पर सहमति जताई।
इस मीटिंग में चीफ इंजीनियर द्वारा सर्वप्रथम सितंबर 2022 से नवंबर 2022 तक 4 में से 2 समूह में 3.5 बारी और नवंबर 2022 माह से मार्च 2023 माह तक तीन में से एक समूह में चार बारी देने का प्रस्ताव रखा गया।
भारतीय जनता पार्टी के 4 विधायकों की मौजूदगी में यह रेगुलेशन बना है जिसकी जानकारी जल संसाधन खंड छतरगढ़ SE राम सिंह जी ने दी।
रबी फसल 2022-23 के लिए पानी का यह रेगुलेशन हुआ तय
1 अक्टूबर 2022 से 11 मार्च 2023 तक फिलहाल रेगुलेशन बनाया गया है।
11 मार्च 2023 तक किसानों को मिलेगी 8 पानी की बारीयां।
1 अक्टूबर 2022 से 6 दिसंबर 2022 तक 4 में से 2 समूह में मिलेगा पानी।
6 दिसंबर 2022 से 22 फरवरी 2023 तक तीन में से एक समूह में पानी मिलेगा।
22 फरवरी 2023 से 11 मार्च 2023 तक 4 में से 200 मुंह में पानी देना तय किया गया।
11 मार्च 2023 से 21 मार्च 2023 तक 4000 क्यूसेक पानी पेयजल आपूर्ति के लिए दिया जाएगा।