जयपुर, राजस्थान सरकार कृषि विपणन निदेशालय जयपुर द्वारा राजस्थान खाद्य पदार्थ व्यापार संघ को बीते दिन 1 अप्रैल 2022 से मंडियों में आढ़त को एक बार फिर से 1.75% से बढ़ाकर 2.25% करने का आदेश जारी किया।
कृषि अधिनियम एवं नियम के अंतर्गत राजस्थान की कृषि उपज मंडी समितियों में कार्य कर रहे कच्चे आढ़तियों को अपने व्यापार में जिंसों की खरीद बिकवाली का कमीशन 0.50% बढ़ाकर 2.25% कर दिया गया है।
मंडी शुल्क एवं आढ़त की पुरानी दरें पुन: लागू होंगी
राज्य सरकार द्वारा कृषि विभाग की अधिसूचना दिनांक 27 फरवरी 2021 से मंडी शुल्क की दर कम करके तिलहन पर मंडी शुल्क 1% से घटाकर 0.75% तथा जीरा, ऊन, ईसबगोल, ज्वार, बाजरा एवं मक्का के अतिरिक्त अन्य अधिसूचित कृषि उपज व गुड़, चीनी, देसी घी, जो, उड़द, मूंग इत्यादि पर मंडी शुल्क को 1.60% से घटाकर 1% किया गया था।
उसी दौरान फसलों पर लगने वाले मंडी शुल्क को कम करने के साथ-साथ फल एवं सब्जी की आढ़त की दर 6% से घटाकर 5% की गई थी।
जीरा, इसबगोल, मक्का, बाजरा एवं ज्वार के अतिरिक्त अन्य सभी कृषि जिंसों में आढ़त की दर 2.25% से घटाकर 1.75% कर दी गई थी।
ऊपर बताई गई मंडी शुल्क एवं आढ़त की घटी हुई दरें दिनांक 31 मार्च 2022 तक ही प्रभावी होने के कारण आने वाली तारीख 1 अप्रैल 2022 के पश्चात 1 मार्च 2021 से पूर्व की पुरानी दरें स्वत: ही प्रभावी हो जाएंगी।
इससे पूर्व आढ़त घटाने पर व्यापारियों में रोष देखा गया था और व्यापारियों ने हड़ताल भी की थी मगर उस समय उससे कोई सफलता प्राप्त नहीं हुई थी।
फिलहाल आढ़त के बढ़ने पर कच्चे व्यापारियों ने एक राहत भरी सांस ली है।
जिस समय आदत एवं मंडी शुल्क को घटाया गया था उस समय व्यापारियों ने आढ़त को 2% से 2.50% करने का आग्रह किया था मगर सरकार ने आढ़त को बढ़ाने की बजाय मंडी शुल्क के साथ साथ आढ़त को घटाकर व्यापारियों को चौंका दिया था।
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