Share on:

खरीफ फसल बीमा 2020 : केंद्र सरकार की किसानों की आय बढ़ाने की दिशा में तथा फसलों की निश्चित आय सुरक्षित करने हेतु शुरू की गई महत्वकांक्षी योजना प्रधानमंत्री कृषि फसल बीमा योजना के तहत 2020 की खरीफ की फसल की बीमा राशि किसानों के खाते में आना शुरू हो गई है।

वर्ष 2020 के खरीफ सीजन में नरमे की फसल में ऊखेड़ा रोग आ जाने से किसानों की फसल को काफी नुकसान हुआ था तथा उत्पादन में भारी गिरावट दर्ज की गई थी। परंतु जिन किसानों ने प्रधानमंत्री कृषि फसल बीमा योजना के तहत बीमा करवाया था उन किसानों के खाते में बीमा क्लेम की राशि बैंकों के माध्यम से आना चालू हो गई है।

खरीफ फसल बीमा 2020 : हनुमानगढ़ जिले की 5 तहसीलों में 55963 किसानों के बैंक खातों में कुल करीब 107 करोड रुपए की राशि जमा हो गई है। यह जमा राशि प्रधानमंत्री कृषि फसल बीमा योजना के तहत हुई है।

आज का मौसम 5,6,7 मई को आँधी और बारिश

जिला कलेक्टर के बीमा कंपनियों को निर्देश : खरीफ फसल बीमा 2020 की राशि

हनुमानगढ़ के जिला कलेक्टर श्रीमान नथमल डिडेल द्वारा बैठक लेकर राज्य के कृषि अधिकारियों तथा बीमा कंपनी के प्रतिनिधियों को स्पष्ट तौर पर निर्देश दिए गए थे कि जल्द से जल्द किसानों के खाते में प्रधानमंत्री कृषि बीमा योजना के तहत मिलने वाले बीमा क्लेम की राशि को जमा करवा दिया जाए।

कृषि विभाग के उपनिदेशक श्रीमान दानाराम गोदारा ने बताया कि हनुमानगढ़ जिले की पांच तहसीलों में कुल 55963 किसानों के बैंक खाते में ₹107 की बीमा क्लेम की राशि जमा हुई है।

  • उक्त राशि में हनुमानगढ़ ब्लॉक में पड़ने वाले 7559 किसानों के बैंक खातों में 4 करोड़ 64 लाख 65 हज़ार 896 रुपए का बीमा क्लेम जमा हो चुका है।
  • जिले के टिब्बी ब्लॉक में कुल 6763 किसानों ने बीमा करवाया था जिसमें किसानों के बैंक खाते में 7 करोड़ 73 लाख 45 हज़ार 667 रुपए की राशि जमा हो चुकी है।
  • वहीं संगरिया ब्लॉक में कुल 924 किसानों के बैंक खाते में 29 लाख 10 हज़ार 606 रुपए की राशि पहुंच चुकी है।
  • रावतसर तहसील के किसानों के खाते में 88 करोड़ 87 लाख 13 हज़ार 197 रुपए की कुल राशि प्रधानमंत्री बीमा योजना के कुल 33375 किसानों के खाते में जमा हो चुकी है।
  • पीलीबंगा ब्लॉक में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत कूलर 7342 लाभान्वित किसान हैं जिनके बैंक खातों में कुल जमा राशि 6 करोड़ 9 लाख 24 हजार 801 रुपए हैं।
  • खरीफ फसल बीमा 2020 : श्री दानाराम गोदारा ने जानकारी दी की भादरा तहसील में कुल 81310 लाभान्वित किसान है, जिनकी कुल देय राशि 236 करोड़ 40 लाख 13 हज़ार 910 रुपए हैं जो कि बुधवार तक उनके खातों में जमा करवा दिए जाएंगे।
  • हनुमानगढ़ जिले के नोहर ब्लॉक में बीमा राशि के लाभ उठाने वाले किसानों की संख्या 34683 है उनका कुल बीमा क्लेम 58 करोड़ 40 लाख 64 हज़ार 340 रुपए हे जोकि भारत सरकार द्वारा सब्सिडी मिलने के बाद तुरंत किसानों के खाते में जमा कराया जाएगा।

हनुमानगढ़ के जिला कलेक्टर ने मंगलवार को हुई बीमा कंपनियों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक में सख्त निर्देश दिए थे कि किसानों को जितना संभव हो सके उतने कम समय में प्रधानमंत्री खरीफ फसल बीमा योजना 2020 का पूरा पैसा उनके बैंक खातों के माध्यम से जमा हो।

किसानों की दशा सुधारने हेतु केंद्र सरकार द्वारा पोषित प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत किसानों की खरीफ रबी की फसल का बीमा प्राइवेट कंपनियों द्वारा करवाया जाता है। बीमा प्रीमियम की अधिकतर राशि केंद्र सरकार द्वारा बहन की जाती है तथा इसका कुछ ऐसा किसानों द्वारा दिया जाता है।

PM फसल बीमा योजना : पूरी जानकारी यहाँ देखें

अगर किसानों की फसल को किसी रोग तथा आपदा के कारण नुकसान होता है अथवा उत्पादन में कमी होती है तो बीमा कंपनियों तथा कृषि विभाग द्वारा सर्वे करवाकर उस नुकसान का आकलन किया जाता है तथा उचित बीमा क्लेम की राशि किसानों के खातों में जमा करवाई जाती है।

खरीफ फसल बीमा 2020 : राजस्थान की सीमा से सटे हुए राज्य हरियाणा में खरीफ फसल बीमा 2020 का क्लेम अप्रैल माह में किसानों के खाते में आ चुका है।

Share on:

Author : Surender Kumar

I am Surender Kumar graduated in science and co-founder of KhetiKisaan where i publish my articles in hindi to helpout farmers and sort out complex things in simple words realted to politics & current news. "Jiyega Jawan Jiyega Kisaan"

An online web portal where articles on government schemes, farming & agriculture are published in hindi.

Note : It is not affiliated to government.

CONTACT US

Mail To : contact@khetikisaan.com

PH : +91-8742853342

1509 धान का ताज़ा भाव 26 सितंबर 2022 Weather Update : आज बारिश होने की प्रबल संभावना Today Mandi Bhav 24th Aug 2022 Dhaan Rate Mandi Bhav : ग्वार एवं गम के हाज़िर और वायदा बाजार की रिपोर्ट