मौसम update 28 अप्रैल 2021 : भारत के उत्तरी राज्यों में अप्रैल माह के शुरू होने के साथ-साथ हल्की गर्मी का प्रभाव स्पष्ट तौर पर देखा जा सकता है, अप्रैल माह के अंतिम दिनों में उत्तरी भारत के राज्यों में तापमान लगभग 40 डिग्री को पार कर चुका है।
बढ़ते तापमान के साथ साथ राजस्थान में हल्की से मध्यम गति की लू का प्रकोप होना शुरू हो गया है। राजस्थान राज्य में गर्मियों के महीने में दक्षिण पश्चिम से आने वाली गर्म हवाओं को लू कहते हैं , जिससे दिन में तापमान बढ़ता है तथा आम जीवन पर इसका प्रभाव स्पष्ट तौर पर महसूस किया जा सकता है।
राजस्थान मौसम update 28 अप्रैल 2021
अप्रैल माह के अंतिम दिनों में राजस्थान राज्य में लू के जबरदस्त आसार देखने को मिल रहे हैं जिससे कि यहां का तापमान 44 डिग्री सेल्सियस से लेकर 45 डिग्री सेल्सियस के बीच रह सकता है। राजस्थान राज्य के गंगानगर में कल 44 .5 डिग्री सेल्सियस का अधिकतम तापमान दर्ज किया गया जोकि राजस्थान का अब तक का सर्वोत्तम गर्म स्थान है।
आने वाले एक-दो दिनों में खास तौर पर राजस्थान राज्य का तापमान 1 से 2 डिग्री बढ़ने की संभावना है। जिससे कि दक्षिणी राजस्थान के कुछ जिलों में मौसम के बिगड़ने की प्रबल संभावना है। इस परिवर्तनशील मौसम में दक्षिणी राजस्थान में तेज अंधड़ के साथ साथ हल्की बारिश होने की संभावनाएं हैं।
राजस्थान राज्य के पश्चिमी जिलों बीकानेर, जोधपुर, जैसलमेर तथा जालौर में लू की गति मध्यम से तेज होती है , जिससे वहां पर सर्वाधिक प्रभाव पड़ता है। पश्चिमी जिलों में मानसून की बारिश की बिल्कुल कमी तथा कम वनस्पति क्षेत्र होने के कारण गर्मियों के मौसम में यहां जीवन यापन करना काफी कठिन है।
राजस्थान के रेतीले जिलों में पानी की गंभीर समस्या उत्पन्न हो जाती है, क्योंकि यहां पानी का प्रमुख स्त्रोत बावड़ी होती है जोकि वर्षा ऋतु में होने वाली बारिश से भरती है। तथा साल भर यही पानी ग्रामीण अंचल में घरेलू कार्यों के लिए उपयोग किया जाता है।
बावड़ी जिसे ठूठ भी कहा जाता है एक प्रकार की ऋतु के बीच की कम ऊंचाई की समतल जगह होती है जहां वर्षा का पानी आकर इकट्ठा हो जाता है।
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उत्तर भारत मौसम update 28 अप्रैल 2021
उत्तर भारत तथा उत्तर पश्चिमी भारतीय राज्यों जैसे कि राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, दिल्ली तथा उत्तर प्रदेश राज्यों में अप्रैल माह के अंतिम दौर में लू की गति तेज होने से निरंतर तापमान में वृद्धि देखी जा सकती है।
हरियाणा, उत्तर प्रदेश तथा दिल्ली में जहां तापमान 42 डिग्री सेल्सियस से लेकर 44 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने की संभावना है। वहीं अन्य उत्तरी राज्य पंजाब में तापमान 39 से 40 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है।
30 अप्रैल शाम को पश्चिमी विक्षोभ के हल्के स्तर पर सक्रिय होने की संभावना है जिससे कि आने वाले दिनों में अथवा मई के प्रथम 15 दिनों में ठीक-ठाक मौसम रहने की संभावना है जिससे कि लू का न्यूनतम असर देखने को मिल सकता है।
मई के अंतिम 15 दिनों में एक बार फिर से तापमान की उच्चतम स्तर पर जाने की संभावना है क्योंकि मई माह के बाद उत्तर भारत का सबसे गर्म महीना जून शुरू होगा। जून का महीना राजस्थान राज्य के साथ-साथ भारत का सबसे गर्म महीना माना जाता है जिसके दौरान गर्मी का प्रकोप अपनी चरम सीमा पर होता है।
भारत के दक्षिणी राज्य केरल में जून के प्रथम सप्ताह में मानसून का आगमन होता है यह मानसून उत्तर भारतीय राज्यों में लगभग जुलाई के प्रथम सप्ताह में पहुंचता है, जिससे कि उत्तर भारतीय राज्यों में बारिश होने से यहां का तापमान सामान्य होने की दिशा में जाता है।
उत्तर भारत तथा उत्तरी पश्चिमी भारत के राजस्थान व हरियाणा राज्य में खरीफ की फसल की बुवाई शुरू हो चुकी है जिसमें की मुख्य तौर पर कपास तथा नरमा की बिजाई की जा रही है जोकि इस समय पढ़ने वाली अधिक गर्मी के कारण कई बार झुलस जाती है तथा किसानों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ता है।