राजस्थान : प्रदेश में मूंग/मूंगफली सरकारी खरीद 2020-21 के लिए रजिस्ट्रेशन 20 अक्टूबर से शुरू होगा और मूंग एमएसपी खरीद एवं मूंगफली की न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद 1 नवंबर से शुरू की जाएगी। राज्य सरकार राजफेड द्वारा इस खरीद को संपन्न करवाएगी और तहसील के हिसाब से खरीद केंद्र स्थापित किए जाएंगे।
20 अक्टूबर से शुरू होगा मूंग और मूंगफली की एमएसपी 2020 पर खरीद के लिए रजिस्ट्रेशन
राजफेड रजिस्ट्रेशन 2020-21 राजस्थान : खरीफ की फसल जैसे मूंग , मूंगफली , उड़द , सोयाबीन की न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर खरीद 1 नवंबर 2020 से शुरू की जाएगी।
इस वर्ष मूंग/मूंगफली सरकारी खरीद 2020-21 राजस्थान स्टेट कोऑपरेटिव मार्केटिंग फेडरेशन लिमिटेड (RAJFED) द्वारा की जाएगी।
किसानों को अपनी फसल खरीफ एमएसपी 2020 पर बेचने के लिए ईमित्र पर जाकर 20 अक्टूबर 2020 को रजिस्ट्रेशन करवाना होगा।
अभी तक इस रजिस्ट्रेशन की शुरुआती दिनांक ही बताई गई है और इसकी अंतिम दिनांक की कोई सूचना नहीं मिली है।
अपनी बोई गई फसल का पंजीकरण करवाने से पहले नीचे दिए गए कुछ महत्वपूर्ण बिंदुओं को आपने ध्यान में रखना है।
एमएसपी पर मूंग और मूंगफली की फसल बेचने के लिए रजिस्ट्रेशन से पहले आप बैंक में जाकर अपना आधार कार्ड और मोबाइल नंबर बैंक खाते से लिंक करवा लेवे।
पटवारी के पास जाकर उचित समय पर अपनी गिरदावरी ले ले और उसके बाद ही ऑनलाइन पंजीकरण करवाने जाएं।
जिस किसान के नाम से गिरदावरी है आपके पास उसी किसान के नाम से ही किया गया पंजीकरण मान्य माना जाएगा।
मूंग/मूंगफली सरकारी खरीद 2020-21 के लिए पंजीकरण करवाने की महत्वपूर्ण सूचना
वैसे तो इस साल सभी फसलें कमजोर रही है और प्रदेश के श्री गंगानगर , हनुमानगढ़ जिले में तो मूंग की फसल बुरे तरीके से खराब हो चुकी थी क्योंकि मूंग में येलो मोजैक वायरस का अटैक देखने को मिला था।
और यदि अच्छी मेहनत के बाद आपकी मूंग एवं मूंगफली की फसल ने अच्छी उपज दी है और आप उसे एमएसपी पर बेचना चाहते हैं।
तो आपको अपने नजदीकी ईमित्र पर जाकर पंजीकरण करवाना होगा , रजिस्ट्रेशन करवाने की महत्वपूर्ण सूचना नीचे दी गई है।
किसान के आधार कार्ड में मोबाइल नंबर का सीडेड (लिंक) होना अनिवार्य है।
जन आधार कार्ड में किसान का बैंक खाता संख्या , ब्रांच आईएफसी कोड गलत होने की स्थिति में पहले आपको जन आधार कार्ड में सही खाता संख्या अपडेट करनी होगी।
मूल गिरदावरी में P-35 क्रमांक दिनांक व बुवाई क्षेत्रफल फसल रकबा हेक्टेयर में अंकित करवाएं।
इस गिरदावरी पर पटवारी की मोहर , मोबाइल नंबर और हस्ताक्षर होना अति आवश्यक है।
पंजीकरण/रजिस्ट्रेशन करने के लिए राजफेड की ऑफिशियल वेबसाइट : RAJFED
कृषक कि जिस तहसील में भूमि स्थित है उसी तहसील के केंद्र पर उसका पंजीकरण और खरीद होगी।
यदि कोई किसान दूसरी तहसील के केंद्र पर जाकर अपना पंजीकरण करवाता है तो उसे मान्य नहीं स्वीकार किया जाएगा।
मूंग/मूंगफली सरकारी खरीद 2020-21 के लिए पंजीकरण 20 अक्टूबर 2020 से ऑनलाइन प्रक्रिया द्वारा किया जाना प्रस्तावित है।
मूल गिरदावरी के आधार पर ही रजिस्ट्रेशन किया जाएगा , जमाबंदी और गिरदावरी पर्ची से पंजीकरण नहीं संपन्न होगा।
एक जन आधार कार्ड पर एक ही पंजीकरण मान्य है इसलिए एक किसान गिरदावरी में अंकित नाम वह एक मोबाइल नंबर पर एक ही रजिस्ट्रेशन करवाएं।
ऑनलाइन पंजीकरण करवाते समय अपलोड की गई गिरदावरी अथवा अन्य दस्तावेज गलत पाए जाने पर उस रजिस्ट्रेशन को रद्द माना जाएगा।
राजफैड द्वारा न्यूनतम समर्थन मूल्य पर मूंग/मूंगफली सरकारी खरीद 2020-21 स्थापित किए गए खरीद केंद्रों पर 1 नवंबर 2020 से शुरू की जाएगी।
हनुमानगढ़ जिले में नोहर , रावतसर , पीलीबंगा , और टाउन मंडी की सहकारी समिति में खरीद केंद्र स्थापित किए गए हैं।
राजफैड द्वारा स्थापित किए गए खरीद केंद्र केवल तहसील स्तर पर ही है , ग्रामीण सहकारी समितियों को खरीद केंद्र नहीं बनाया गया है।
यदि आप अपनी फसल सरकारी रेट पर बेचना चाहते हैं तो जरूर भेजें लेकिन उससे पहले मैं आपको फिलहाल मंडियों में चल रहे मूंग और मूंगफली के ताजा भाव की जानकारी देना चाहूंगा।
मूंग का भाव तो जबरदस्त उछाल के साथ अपने न्यूनतम समर्थन मूल्य से ऊपर चल रहा है , मंडियों में मूंग की आवक भी अच्छी चल रही है।
और राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले में मूंग का भाव ₹7200 से लेकर ₹7600 तक है , वही हनुमानगढ़ जिले में मूंग रेट ₹7250 से लेकर ₹7700 तक चल रहा है।
राजस्थान के कुछ अन्य जिलों में मूंग का भाव ₹8000 प्रति क्विंटल का आंकड़ा भी छू चुका है।
और यदि मूंगफली के भाव की बात करें तो जो मूंगफली सरकार खरीद के लिए पास करती है उस गुणवत्ता की मूंगफली का मंडी भाव ₹4500 से लेकर ₹4800 प्रति क्विंटल तक चल रहा है।
इस हिसाब से मूंगफली में तो जरूर ₹500 तक का मंडी भाव और सरकारी भाव में फर्क है तो यदि आपकी मूंगफली 70 से ऊपर के गोटे की है तो आप जरूर रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं।
राज्य में कुछ जगहों पर तो मूंगफली का भाव भी ₹5000 प्रति क्विंटल से ऊपर चल रहा है , लेकिन हनुमानगढ़ और श्रीगंगानगर जिले में उच्च गुणवत्ता वाली मूंगफली का अमूमन भाव ₹4600 है।
ठेके पर काश्त करने वाले किसान फसल को सरकारी रेट पर बेचने के लिए अपना रजिस्ट्रेशन कैसे करवाएं
यदि आप एक ठेकेदार है या आपने किसी कृषि भूमि को लीज पर ले रखा है तो उस स्थिति में मालिक और ठेकेदार में से कोई एक ही रजिस्ट्रेशन करवा सकता है।
अगर मालिक अपनी भूमि का रजिस्ट्रेशन खुद के नाम से मिली गिरदावरी पर करवाता है तो उस पर ठेकेदार अपनी उपज नहीं बेच पायेगा।
यदि ठेकेदार अपनी उपज को जिस व्यक्ति से उसने जमीन ठेके पर ली है उसकी गिरदावरी पर बेचना चाहता है ,
तो उसके लिए पहले उसे गत वर्ष से चालू ठेका नामा लिखवाना होगा और रजिस्ट्रेशन के समय उस ठेके नामे को देना होगा।
ध्यान देने योग्य बात है कि जो ₹100 के नॉनड्यूजल स्टाम्प पर ठेकानामा होगा वह जुलाई 2020 से पहले का ही मान्य होगा।
यदि आप ठेका नामा अक्टूबर माह का लिख के जाते हैं तो उसे मान्य नहीं माना जाएगा।
इस स्थिति में ठेकेदार और भूमि मालिक दोनों के आधार कार्ड की आवश्यकता होगी , बैंक खाता पासबुक केवल ठेकेदार की होगी।
Ak kisan adhiktam mung or mungfali kitni bech skta h…