आपको आज के इस लेख में जानकारी मिलेगी की आपको नए तरीके से खेती कैसे करना है?,भारत देश में कृषि के प्रकार (Types Of Agriculture In India) कितने है? यदि आप भारतीय किसान हुआ तो आपको इस आर्टिकल को आवश्यक ही पढ़ लेना है।
भारत देश में मौसम के हिसाब से खेती होती है, सभी राज्य के किसानों का एक अपना खेती करने का तरीका है। परंतु आज का यह लेख हम सिर्फ आपके लिए लाए है क्यों आपको समय के हिसाब से खेती करने का तरीका बदलना होगा।
कृषि के प्रकार जानकारी
वर्तमान समय हम टेक्नोलॉजी के करीब होते जा रहे है, कुल मिलेकर हम मशीनों पर ज्यादा निर्भर होने लगे है| परंतु इससे किसानो का फायदा है, आज भी यदि हम एक आकडा देखे तो हम 70% से 75% जनसंख्या कही न कही कृषि से ही संबंध है।
भारत में प्राचीन काल से ही कृषि का कार्य किया जा रहा है, इसी कारण से ही हमारे भारत देश को एक कृषि प्रधान देश कहा जाता है, यहां की फसल जलवायु तापमान पर निर्भर रहती है।
हमारे देश में कुल 2 प्रकार की जलवायु है, पहली है उष्ण और शीतोष्ण जलवायु है। जो क्षेत्र ठंडा होता है वहा अधिकतर फल फ्रूट की खेती होती है और जो क्षेत्र गर्म होते है वहा अन्य प्रकार की फसल हॉट है।
देश की अर्थव्यवस्था ही कृषि पर निर्भर है, क्यों की देश में कृषि से संबंध रखन वाले अधिक है। जैसा की हमने इसका ऊपर जिक्र किया है। अधिक जनसंख्या गांव में निवास करती है और पहले गांव में कृषि करने के अलावा दूसरा कोई ऑप्शन ही नही था।
वर्तमान समय में भी किसान अपना जीवन व्यापन कृषि के माध्यम से कर रहा है। भारत में लगभग 10 हजार वर्षो से ज्यादा समय तक से खेती की जा रही है।
यह भी पढ़े,
सोयाबीन फसल को रोगों से बचाने का आसान तरीका
सोयाबीन में जल्द फुल और फलियां लेने का तरीका
भारत देश में कृषि के प्रकार (Types Of Agriculture In India)
भारत देश में कुल मिलाकर कृषि के प्रकार 8 है, आइए हम इन्हे विस्तार से जानते है।
स्थानांतरण कृषि (Shifting Agriculture)
स्थानांतरण कृषि (Shifting Agriculture) खेती वहा होती जहा जंगल होता है और अत्तय अधिक वर्षा होती है। किसान जंगल कटकर, जंगल की झाड़ियां साफ कर के किसान अपनी भूमि तैयार करता है। फिर इस भूमि को वह कुछ वर्ष के लिए खाली छोड़ देते है और कुछ समय बाद किसान वहा आकर खेती करने लग जाते है। यह प्रक्रिया वह लगातार करते रहते है उन किसानों की निजी जमीन नही होती है।
सघन कृषि (Intensive Agriculture)
इस तरह की खेती में किसान अपनी खेती को छोटे छोटे टुकड़े में बाट लेता है, क्योंकि यहां जनसंस्ख्या अधिक होने के कारण खेती के लिए जमीन कम होती है इसी लिए ऐसा किया जाता है। इस प्रकार की खेती को भारत में गहन कृषि के नाम से भी जाना जाता है।
इस प्रकार की खेती में किसान 1 वर्ष में दो से तीन बार खेती कर लेता है, जिससे उन्हें अधिक लाभ मिलता है।
व्यापक कृषि (Extensive Agriculture)
व्यापक कृषि (Extensive Agriculture) वहा होती है जहा जनसंख्या बहुत ही कम होती है, और कृषि करने के लिए जमीन अधिक होती है। जनसंख्या कम होने की वजह से यह मशीन से कार्य करवाया जाता है। ताकि काम जल्दी से और काम ज्यादा हो, यहां खेती तकनीकी रूप से होती है।
जीविका कृषि (Subsistence Agriculture)
इस तरह की खेती में किसान केवल जीवित ही रह सकता है, इस खेती से किसानों को ज्यादा लाभ नही मिलता है। अपने परिवार के लिए पर्यपत भोजन उगाने के लिए की जाती है। इस खेती में सार्वधिक मेहनत लगती है, खर्च भी ज्यादा आता है।
बागन कृषि (Plantation Agriculture)
इस तरह की खेती ज्यादातर विदेश( यूरोप) में होती है, जहा सर्वाधिक ठंडा मौसम हो। इस प्रकार की खेती में किसानों सर्वाधिक लाभ मिलता है। इस प्रकार की खेती भारत में हिमाचल प्रदेश, आसाम, और जंबू कश्मीर के कुछ क्षेत्र में इस प्रकार की खेती होती है।
इस प्रकार की खेती के लिए जलवायु ठंडी होनी चाहिए, हमारे भारत देश में मुख्यत चाय, काफी, नारियल, रबर और सेब की खेती होती है।
मिश्रित खेती(Mixed Agriculture)
इस प्रकार की खेती में किसान अपनी भूमि में फसल भी लगा लेता है और कई फलों के पेड़ भी लगा लेता है साथ ही वह पशुओं को भी पलते है, इस प्रकार की खेती भारत में भी होती है।
इसमें किसान को अधिक लाभ होता है, क्योंकि उसे फसल, फल और पशुपालन तीनो ओर से उसे लाभ हो रहा है।
डेयरी उघोग(Dairy Farming)
इस प्रकार की खेती आप अपने गांव में भी कर सकते है, परंतु वर्मन समय में शहर में ज्यादा जरूरत है। दिन प्रतिदिन दूध का भाव बढ़ता ही जा रहा है, इस इस्थाती में इस प्रकार की खेती से अधिक लाभ है।
व्यावसायिक खेती (Commercial Agriculture)
इस प्रकार की खेती अधिकतर व्यवसाय के लिए करते है, इस खेती का करने से किसानों का मुख्य उद्देश्य होता है की फसलों को बाजार में बेचना। इस खेती में लागत कम लगता है परंतु लाभ अधिक मिलता है।
इस प्रकार की खेती भारत में कई राज्यों में होती है, जैसे की – पंजाब, असम, पश्चिम बंगाल, यूपी, महाराष्ट्र, गुजरात, हरियाणा आदि राज्य में इस प्रकार खेती की जाति है।
1 thought on “Types Of Agriculture In India | भारत देश में कृषि के प्रकार, बदले खेती करने का तरीका”