पिछले कुछ दिनों से देश में लगातार भारी बारिश का अलर्ट था इसके चलते कई आम लोगो को कई नुकसान हुआ है। अत्यधिक वर्षा होने के कारण आम जनता को हुए नुकसान की भरपाई के लिए भारत सरकार और केंद्र सरकार उनकी मदद हेतु उनको सहायता राशि दी जाएगी।
मूसलाधार वर्षा के कारण सोयाबीन फसल में भी नुकसान दिखाई दे रहा है और गरीब लोगो के घर जो मिट्टी से बने है वो लगातार गिरते चले जा रहे है।

किसानों को कैसे हुआ वर्षा से नुकसान
हम और हमारे देश की आर्थिक व्यवस्था 70% कृषि क्षेत्र पर निर्भर करती है किसानों को लोनो तरफ से ही नुकसान है क्योंकि यदि बारिश नही होती है तो किसानों की फसल सुख जाती है और अत्यधिक वर्षा होने के कारण भी किसान की फसल (सोयाबीन फसल) खराब हो जाती है।
पिछले तीन से चार दिनों में लगातार बारिश होने के कारण धान, सोयाबीन, सब्जियों की फसल और फल में भी नुकसान हुआ है।
अत्यधिक वर्षा होने के कारण सब्जियों को आवश्यकता अनुसार ज्यादा पानी मिलने पर सब्जियों में कीड़े लग सकते है। इसका प्रभाव सब्जी बाजार में रहता है सभी सब्जियों का भाव अत्यधिक बड़ जाता है।
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किन फसल को ज्यादा नुकसान हुआ
अत्यधिक वर्षा होने के कारण ज्यादातर धान, सोयाबीन, फली, टमाटर, बैंगन, करेला, गोबी और भी कई फसल को नुकसान हुआ है।
ज्यादा बारिश होने के कारण बरबट्टी में पीला रंग और केला में कीड़ा लगने का खतरा बना रहता है और फसल पकने के बाद बारिश होती है तो ज्यादा नुकसान होता है।

ज्यादा बारिश होने पर हुआ गरीबों का नुकसान
इस वर्षा के कारण गरीब लोगो को ज्यादा नुकसान हुआ है क्योंकि गरीब लोगो के कच्चे घर इस बारिश में गिर गए है। हालाकी सरकार उन गरीब लोगो को मुआवजा देगी ताकि उन्हें नुकसान का भोज न रहे।
अधिक वर्षा होने पर देश में लगभग सभी नदिया और नाले पूरी तरह से भर गए है उनका पानी भी ऊपर से जा रहा है। आगे भी बारिश होने की संभावना है मौसम में लगातार उतार चढ़ाव के चलते अभी भी मौसम साफ नही हो पा रही है।
वर्तमान में चारो ओर धूप भी नही दिखाई दे रही है क्योंकि बदल वर्षा का माहोल बना रहे है।
लगातार बदलते मौसम की वजह से किसानों की परेशानी बढ़ती चली जा रही है। परेशानी तब भी होती है जब सूखे की इस्थाती रहती है।
किसानों का नुकसान होने पर बाजार के दामों में भी परिवर्तन आएगा
हम जानते है की अनाज को किसान ही उगाता है और यदि किसान को ही नुकसान होगा तो इसका असर मार्केट पर भी रहेगा।
क्योंकि यदि किसान की फसल पैदावार कम होती है तो बाजार में उसकी मात्रा कम हो जाती है इसके कारण चीजों का भाव बढ़ता है।
पिछले कुछ दिनों से गेहूं और चावल के निर्यात पर सरकार ने रोक लगा दी है क्योंकि दिन प्रतिदिन गेहूं और चावल का भाव बढ़ता दिखाई दे रहा है इससे आम आदमी गेहूं और चावल नही खरीद पा रहे है।